जिस तरह शिव के मूल मंत्र को पंचाक्षरी मंत्र कहते है ॐ घण्टाशूलहलानि शंखमुसले चक्रं धनुः सायकं ॐ अक्षस्रक्परशुं गदेशुकुलीशं पद्मं धनुष्कुण्डिकां लेकिन इस साधना में जो सब विधि विधान है वो विधि विधान सहित ही इस मंत्र का जाप करना चाहिये अन्यथा उसका फल नहीं मिलता या विलम्ब से https://mysocialquiz.com/story13359206/the-basic-principles-of-navaran-mantra