ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, शनि की साढ़ेसाती के तीसरे चरण में व्यक्ति को भौतिक सुखों की कमी का सामना करना पड़ता है और अधिकारों में भी कमी आने लगती है। आय की तुलना में व्यय अधिक होने लगता है। परिवार में शुभ कार्य बाधित होने लगते हैं और वाद-विवाद के https://shani-dev65698.jts-blog.com/21879323/the-mesh-rashi-shani-sade-sati-diaries